मेटाकॉर्पल्स (Metacarpals)
मेटाकॉर्पल्स (Metacarpals) :
- मेटाकॉर्पल व मेटाटार्सल अस्थियों को canon bone भी कहते हैं।
- यह बडी व छोटी मेटाकॉर्पल से मिलकर बनी होती है।
- इसका निकटस्थ सिरा carpals से तथा दूरस्थ सिरा digits या phalanges या अंगुली से जुड़ा रहता है।
बड़ी मेटाकॉर्पल (large metacarpal)
- यह 3 व 4" मेटाकॉर्पल के जुड़ने से बनी हुई अस्थि है।
- इसमें एक दण्ड (shaft) तथा दो सिरे (extrimities) होते है।
- इसकी shaft अर्धबेलनाकार (semicylenderical ) होती है जिसकी दो सतह ( surfaces) तथा दो किनारे (borders) होते है।
- Anterior surface चिकनी तथा उत्तल (convex) होती हैं। इस पर अग्र खांच (anterior groove) पाई जाती है जिसे vertical vascular groove कहते हैं। इस groove के ऊपर व नीचे दो छिद्र (foramen) होते हैं।
- पश्च सतह (posterior surface) चपटी होती है जिस पर छिछली उदग्र खांच (shallow vertical groove) होती है। जो 3" व 4" मेटाकॉर्पल के जुड़ने को दर्शाती है।
- पाश्श्व किनारे (lateral border) पर उपर की ओर छोटी मेटाकॉर्पल अस्थि जुड़ी रहती है।
- निकटस्थ सिरे (proximal end) पर दो acets होते है जिससे 1fused (2"+3") और 4°" कार्पल्स जुड़ती है।
- निकटस्थ सिरे के अप्रमध्य भाग (antero-medial part) पर metacarpal tuherosity जाती है।
- दूरस्थ सिरे पर दो कॉण्डाइल होते है जो inter-condyloid cleft द्वारा विभक्त रहते है।
छोटी मेटाकॉर्पल (small met:acarpal)
- यह छोटी छड़ (rod) की तरह होती है जो लंगभग 1.5 इंच लम्बी होती है।
- यह बड़ी मेटाकॉर्पल अस्थि के proximal end के पाश्श्वो में स्थित होती है।
घोड़ा (Horse) :
- इसमें एक बड़ी व दो छोटी मेटाकॉर्पल हड्डयां होती है।
कुत्ता (Dog):
- इसकी प्रथम मेटाकॉर्पल सबसे छोटी होती है।
भेड़ व बकरी (Sheep & Goat) :
- एक लम्बी व दूसरी छोंटी हड्डी होती है जो छोटे उभार (ridge) के रूप में पाई जाती है।
मुर्गा(Fowl):
- इसमें 3 मेटाकॉर्पल होती है जो कॉर्पल, हड्डयों के दूरस्थ समूह (distal row of carpals) के साथ जुड़कर कॉर्पोमेंटाकॉर्पस (carpo-metacarpus) बनाती है।
Nice dada
ReplyDeleteThanks
DeleteGajb bhai
ReplyDeleteThanks
DeleteAwesome
ReplyDeleteNice guru dev
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